आत्मा की अँधेरी क्या होती है ? - What Is The Dark Night Of The Soul In Hindi
आध्यत्मिकता के पथ(path of spirituality) पर शुरुवात करने वालो का सामना डार्क नाईट ऑफ़ द सोल से होता है जिसका मतलब है आत्मा की अँधेरी रात। यह वह अवस्था होती है जहां आप दुनिया से खुद को अलग पाते है। ऐसा इसलिए होता है जिससे आपका ध्यान स्वयं का पर जाये और आपका असली और सच्चा स्वरूप बाहर आये। कुल मिलाकर इस अँधेरी सुरंग(dark tunnel) पर चलते जाते है और अंत में इसके प्रकाश तक आप पहुंच ही जाते है। लेकिन वहां तक जाने के लिए आपको बहुत दर्द, भ्रम आदि का सामना करना पड़ता है।
डार्क नाईट ऑफ़ द सोल कब तक रहती है ?
आत्मा की अँधेरी रात तब तक रहती है जब तक आत्म जाग्रति(soul awakening) नहीं होती है। कुछ के लिए यह एक सप्ताह या कुछ महीने, वही कुछ के लिए एक से दो साल भी लग जाते है। कई व्तक्तियो को दशकों भी लगे है।जब आप अपने भीतर झाकना शुरू कर देते देते है तो जल्दी ही इसका खत्म होने का समय आने लगता है।
डार्क नाईट ऑफ़ द सोल के समय स्थिति कैसे होती है ?
सब कुछ शब्दों में नहीं लिख सकते है इसे महसूस करने वाला स्वयं भी पूरी नहीं बता सकता है। इस दौरान आपको दिन-रात बहुत लम्बे लगते है जैसे समय गुजर ही न रहा हो। आप किसी से इसे बंया भी नहीं कर सकते है। यह समय आपको विश्लेषण(introspection) करने के लिए दिया गया है जब तक आप स्वयं को नहीं बदलने की राह नहीं पकड़ते है, यह ऐसे ही चलता रहेगा।
असल में हम डर रहे होते है अपनी पुरानी अवस्था छोड़ने से और नए को अपनाने से। भ्रम की स्थिति बनी रहती है। वही कुछ लोग अपनी इस परिस्थिति से निकलने का चुनाव कर लेते है और इस अकेलेपन का लाभ उठाते हुए introspection करने लगते है। वे सभी चीज़ो को पीछे से फिर से देखते है। क्या में जिस चीज़ के पीछे अब तक भाग रहा था वह वास्तव में मुझे चाहिए। क्या मेरी जिंदगी अब तक सही थी आदि। फिर आप अपनी हीलिंग पर ध्यान देना शुरू करना चाहिए और इसकी शुरुवात इनर चाइल्ड से करे।
खुद से इनर चाइल्ड हीलिंग थेरेपी कैसे कर सकते है ?
आत्मा की अँधेरी रात का आध्यात्मिक की राह से सम्बन्ध- Relation Of The Dark Night Of The Soul And Spiritual Journey In Hindi
डार्क नाईट के समय आपकी जिंदगी जैसे रुक जाती है न आप आगे बढ़ पाते है और न पीछे जा सकते है। इसके सबंध में 16वी शताब्दी में कुछ कविताये मिली है जिसमे वे ईश्वर से जुड़ने की बात कहते है। अर्थात वे कहना चाहते है कि यदि आप आध्यात्मिक मार्ग पर आगे बढ़ना चाहते है तो उसके लिए डार्क नाईट ऑफ़ द सोल जरुरी है। इस दौरान आपके आत्मा और इन्द्रियों की शुद्धि होती है।
डार्क नाईट ऑफ़ द सोल के लक्षण(symptoms) क्या है ?
आत्मा की अँधेरी रात सामान्य लक्षणों के अलावा कुछ लोगो में इसके अतिरिक्त लक्षण भी हो सकते है क्योंकि सभी परिस्थिति और उद्देश्य अलग है यहाँ तक यह कब तक रहेगी इसका समय भी अलग हो सकता है
- इसे जानना का सबसे सरल तरीका यह की आप वास्तविकता से दूर रहने का पप्रयास करने लगते है। जितना दूर भागेंगे आपकी पीड़ा बढ़ेगी और आत्मा की अँधेरी रात समय भी बढ़ेगा।
- आपको अपना जीवन अर्थहीन लगेगा जैसे की अबतक कुछ किया ही नहीं या जो भी किया उसका कोई मतलब नहीं था।
- ईश्वर से भरोसा उठने लगेगा। आपको ईश्वरीय अवधारणा पर संदेह होगा। दूसरे आपको देखंगे तो उन्हें लगेगा कि किसी डिप्रेशन में है या ये भी हो सकता है आप सब कुछ अपने अंदर ही समेटे हुए है और बाहर से सामन्य दिखने का प्रयास करे।
- मित्रो से दूरी होने लगेगी। नींद अधिक आ सकती है या रात को नींद गायब भी हो सकती है।
- आपको लगेगा की आप खत्म हो रहे, यह क्या हो रहा है ? असल में यह अहंकार का खत्मा हो रहा होता है। यह समय डराने के लिए के लिए नहीं है।
डार्क नाईट ऑफ़ द सोल क्यों आती है इसे कैसे खत्म करे ?
आत्मा की अँधेरी रात(dark night of the soul) आपको जीवन में सबसे अच्छा समय पाने के लिए मजबूर करती है जिसपर आपका हक़ है। इसमें आप अपने अहंकार को मारते है, खामियों को जानते है, पुरानी गलतियों से क्या सीखा है जिसे भविष्य में नहीं दोहराना है। जीवन उद्देश्य क्या है। मै जन्म क्यों हुआ है आदि पर जब गहरा विचार करता है तब आप एक प्रकाश पाने के हक़दार हो जाता है। जहा आप स्वयं ही ईश्वरीय शक्ति को महसूस करते है और उनके दिखाए रास्ते पर बढ़ते चले जाते है। आपको समर्पण की भावना भी आने लगती है, हालांकि समर्पण एक तरह का अंतिम चरण हो सकता है जिसे पार करना कठिन लगता और इस पर लोग बहुत समय लगा देते है लेकिन इसे पर करना क्योंकि इसके बाद परमानन्द की प्राप्ति होती है।
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अँधेरी रात जीवन में इसलिए भी आती है ताकी आप जाने की कोई भी चीज़ स्थिर नहीं और न ही शाश्वत। इसलिए खुद का मूल्य समझे। सिर्फ आपकी आत्मा और परमात्मा ही सत्य है। जीवन में कोई भी व्यक्ति या चीज़ सिर्फ आपके कर्म काटने और आपक सीख देने के लिए आते है और अपना कार्य करके चले जायेंगे। आपका जो भी आत्मीय कार्य के इस जीवन में उसे जानने का प्रयास करे।
डार्क नाईट के आने से पहले आपके जीवन में झकझोर देने वाली घटाएँ हो सकती है या कुछ ऐसा जैसा आपने सोचा न हो और उसमे आपको अंदर तक हिला दिया हो। यह समय साहस रखने का जो भी हो रहा है उसे गले लगाए। महत्वपूर्ण चीज़ो से लगाव दूर(deattachment) करने का प्रयास करे। सिक्के का दूसरा पहलु देखना चालू करे। ख़राब चीज़ो में अच्छा ढूंढने का कोशिश करे दखिएगा जैसे ही आप यह करना शुरू करते है। चीज़े बेहतर होती जाएँगी और आप आत्मा की अँधेरी रात से बाहर आ जायेंगे। कुछ लोग यह करने में ही सालो लगा देते इसलिए उन्हें बहुत समय लग जाता है।
यदि आप ज्योतिषी में यकीन करते है तो आत्मा की अँधेरी रात शनि दृष्टि का समय या साढ़ेसाती हो सकता है और यह बुरा नहीं। बल्कि इस अदौरां मानसिक और शारीरिक पीड़ा हो सकती जो नकारात्मक भावनाओ के निकलने का समय है। आपके कुछ कर्मो का भुगतान होता है। कष्टदायक होता है कुछ नुकसान भी होता है लेकिन आप एक सफल व्यक्तित्व के रूप के साथ बाहर आते है। यह समय आपको खुद को समझने, वर्तमान जो भी कार्य कर रहे है वह आपके लिए सही है या नहीं इस पर विचार करे।