Khud Ko Kaise Heal Kare स्वयं को हील करना एक प्रक्रिया है इसमें कई तकनीको का प्रयोग किया जाता है। जैसे-जैसे आपकी हीलिंग पावर बढ़ती जाएगी, आप ठीक होना शुरू होते जायेंगे। लेकिन इसके लिए धैर्य और सकारात्मक रवैया अपनाना होगा।
आपको यह पता होना चाहिए कि आपको अपने में क्या हील(heal) करना है जैसे - किसी को कोई अंजना डर, बचपन का कोई ट्रॉमा या अधिक नकारात्मक विचार आते है आदि। वही कुछ लोग ऐसे भी जिनको ऐसा कोई डर या trauma तो नहीं है लेकिन वे खुश नहीं है और न सुकून है।
ऐसे में आपको दिल और दिमाग को क्लियर करना है इसके लिए पहले मन का शांत होना जरुरी है। एकदम से किसी भी तरीके(techniques) को न अपनाएँ, जैसे कि कुछ लोग अगले दिन से ही ॐ बीजमंत्र द्वारा डीप मैडिटेशन करना शुरू कर देते है, देखिये यह बहुत असरदार mediation है लेकिन इस तरह आपको कोई फायदा नहीं होने वाला और दूसरा एक दो दिन बाद आप बंद भी कर देते है क्योंकि यह बहुत भारी करने लगता है। ॐ बीजमंत्र आपके शीर्ष चक्र का मैडिटेशन है इसके लिए पहले अन्य पांच चक्रो को हील करना जरुरी है।
बहुत से लोगो तो पता भी नहीं होता है की चक्र हीलिंग क्या है, वैसे जब आप खुद की हीलिंग प्रोसेस शुरू करते है तो कभी न कभी चक्रो को भी हील करना शुरू कर देंगे। चक्रो को हील मुख्यतः खुद को बैलेंस रखने और ब्रह्माण्ड(ईश्वर) से जुड़ने के लिए करते है आईये जाने किस तरह से सेल्फ सेल्फ हीलिंग किया जा
तो फिर क्या करे?
खुद को कैसे हील करे ? - How To Heal Yourself In Hindi
ब्रीथिंग मैडिटेशन
ब्रीथिंग मैडिटेशन प्रैक्टिस करे यह बहुत जरुरी और लाभदायक है इसे अनदेखा न करे। इससे आपके अंदर का बोझ, अवसाद और नेगेटिविटी बहार निकलती है।
कैसे करे ?
जमीन पर अल्थी-पालथी मार कर बैठ जाइये, अगर नहीं बैठ सकते है तो कुर्सी पर बैठे लेकिन पैर के तलवे जमीन में टच होने चाहिए।
रीढ़ की हड्डी सीधी रखे और आरामदायक अवस्था में हो जाये।
अब लम्बी साँस ले और जितनी देर साँस को रोक(hold) सकते है रोके और फिर छोड़ दे। साँस लेते हुए यह कल्पना करे कि ब्रह्माण्ड से पॉजिटिव ऊर्जा(positive energy) अंदर ले रहे है और जब बाहर छोड़ते है तो यह कल्पना करे कि अंदर की सारी नकारात्मकता ऊर्जा, डर बाहर जा रही है।
शुरुवात में केंद्रित करना मुश्किल होता है लेकिन जब मन इधर-उधर जाये तो वापस सांसो पर ले आये
प्रत्येक दिन कर सुबह या शाम को करे। शुरुवात में सिर्फ कुछ मिनट ही करे और फिर धीरे-धीरे समय बढ़ा सकते है।
हीलिंग पावर का मतलब क्या होता है और इसके प्रकार
इनर चाइल्ड हीलिंग
वही अगर आपके दिल पर किसी प्रकार का कोई बोझ महसूस होता है जैसे - आपके साथ कुछ गलत हुआ है या अपने किसी को दुःख पहुंचाया हो, बचपन में कोई हादसा, अवसाद कुछ भी, तो इसके लिए इनर चाइल्ड हीलिंग(inner child) करे।
इसमें आपको अपने अंदर के बच्चे जो आपका ही स्वरुप होता है उससे कल्पना के द्वारा मिलना होता है इसे रात को लेटने पर करे तो अधिक अच्छा है।
प्रार्थना करे
दिल से निकली हुई आवाज प्रार्थना होती है यदि आप ईश्वर या ब्रह्माण्ड से पूरे ह्रदय से अपनी समस्या कहते है बिना किसी सकोच के तो आपकी प्रार्थना कुबूल होती है। ईश्वर से अपना विश्वसनीय और मजबूत सबंध बनाये।
सेल्फ लव और केयर
खुद को हील करने के लिए सबसे पहले खुद की केयर करनी होगी है जब तक आप स्वयं से ही प्रेम करना चालू नहीं करते तब तक हीलिंग की शुरुवात मुश्किल है। दरअसल सेल्फ लव एक मजबूत डीप हीलिंग प्रक्रिया जो बड़े से बड़े घाव भर देती है। यदि आप अंदर से खुश रहते है तो बदले में ख़ुशी ही अट्रैक्ट करते है। अपनी मनपसंद कार्य करना शुरू करे। इससे आप अपनी सोल से कनेक्ट होते है।
ग्रेटिटीयूड जर्नल लिखे
यह स्वयं को हील करने का बहुत अच्छा और मजेदार तरीका है इससे आप अपने जीवन में उन चीज़ो को आकर्षित कर सकते है जो आपको प्रशन्न करती है। एक डायरी या नोटबुक ले उसमे प्रतिदिन 5 से 10 उन चीज़ो को लिखे जिनके लिए आप ईश्वर के प्रति कृतज्ञ है।
मैडिटेशन(ध्यान)
इसमें आपको आराम अवस्था में बैठ जाना है और आँखे बंद कर ले और वर्तमान में अपने आस-पास की हर तरह की आवाजों को सुने। इससे आप पुरानी और भविष्य के चिंतन से कुछ देर के लिए सोचने से बचते है यदि मन बार-बार भूतकाल में जाता है तो वापस उसे प्रेजेंट में लाये।
प्रकृति के साथ वक्त बिताये
प्रकृति किसी भी जख्म को बेहतर तरीके से ठीक कर सकती है यदि संभव है तो कुछ पल पेड़-पौधों, पालतू जानवरो के साथ निकाले।