जानिए डिप्रेशन में क्या नहीं खाना चाहिए-Food Avoid In Depression In Hindi

                               डिप्रेशन में क्या नहीं खाना चाहिए-Food Avoid In Depression In Hindi

What Not To Eat In Depression In Hindi कोई भी विशेष तरह का भोजन और फल खाने या ना खाने से डिप्रेशन को ठीक नहीं कर सकता है लेकिन यह सुधार और स्तर ख़राब करने में थोड़े सहयोगी हो सकते है। इस आर्टिकल में  जानिए किन खाद्य पदार्थो को अवसाद के दौरान नहीं खाना चाहिए। 

अवसाद(depression) को काउंसिलिंग और दवाईओं के जरिये ठीक किया जाता है वही भोजन में विटामिन डी, सेलेनियम आदि का उपभोग जरुरी है। बाजार से पोषक तत्व युक्त सप्लिमेंट भी मिल सकते है जो पूरक आहार की  तरह कार्य करते है लेकिन उसे डॉक्टरी सलाह से ही ले क्योंकि कुछ दवाओं के साथ वे रिएक्शन कर सकते है। 

एक रिसर्च के अनुसार- "जब कुछ डिप्रेसन वाले व्यक्तियों को डॉक्टरी सलाह वाला स्वास्थ्य भोजन दिया गया और परिणामस्वरुप उनमे ३२ प्रतिशत लोगो में उनके लक्षणों में सकारात्मक असर हुआ।" आप किस तरह का भोजन  करते है यह भी बताता है कि आपके शरीर में किस प्रकार का पोषक तत्व जा रहा है। 

डिप्रेशन में क्या नहीं खाना चाहिए-Food Avoid In Depression In Hindi

 डिप्रेशन में क्या नहीं खाना चाहिए Food Avoid During Depression In Hindi

रेगुलर और डाइट सोडा न ले 

डाइट सोडा लेते है यह सोचकर कि इसमें चीनी नहीं है तो इसे रेगुलर सोडा का चचेरा भाई जैसा समझ ले। यदि अवसाद में रेगुलर सोडा लेते है तो यह कोई सहायता नहीं करने वाला है यह बस खून में शर्करा की मात्रा बढ़एगा और त्वरित एनर्जी देगा। जब भी आपका एंग्जायटी स्तर बढ़ता है तो आप इंस्टेंट एनर्जी युक्त पेय लेते है आपको लगता है यह उपचारात्मक है लेकिन यह बिल्कुल सही नहीं, बस आदत लग जाती है। 


परिष्कृत खाद्य पदार्थ से बचे 

रिफइन्ड फ़ूड जो कैलोरी में उच्च होते है इसमें जंक फ़ूड, फ़ास्ट फ़ूड इनमे न्युट्रिशन्स की कमी होती है। ताजा संतुलित और न्युट्रिशन्स से भरपूर आहार लेने वाले लोगो के मुकाबले जो व्यक्ति रिफइन्ड फ़ूड भोजन अधिक खाते है  उनमे अधिक संभावना होती है कि वे अवसादग्रस्त हो सकते है। 

डिप्रेशन में क्या नहीं खाना चाहिए-Food Avoid In Depression In Hindi

सफ़ेद ब्रेड का टोस्ट 

सफ़ेद ब्रेड का टोस्ट कुछ हल्का सोच कर खा रहे है कि तो रुके बॉडी में जाकर यह ग्लूकोज में बदलने वाला है इसलिए ब्राउन ब्रेड का टोस्ट खाये। 

फलो का जूस 

एंजायटी और डिप्रेशन में यदि फल न खाकर सिर्फ उसका जूस पीते है तो आपको अधिक फाइबर न मिलकर, बस पौष्टिक पानी और शुगर मिलता है जो थोड़ी देर के लिए मन शांत करता है लेकिन जल्दी ही पेट खाली होने पर चिड़चिड़ापन लाने लगता है. इसलिए पूरा फल खाये और अगर प्यास लगी तो पानी पिए।

प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ से परहेज 

ये वे पदार्थ होते है जिनमे उच्च मात्रा में कार्ब्स और चीनी पायी जाती है। इनके खाने से आपकी बॉडी तुरंत एनर्जेटिक हो जाती है  लेकिन जल्दी ही एनर्जी लो भी हो जाती है। जैसे की सॉफ्ट ड्रिंक्स, चॉकलेट आदि।  वही सम्पूर्ण खाद्य पदार्थ आपको स्थिर ऊर्जा प्रदान करते है। 

कैफीन का सेवन 

कैफीन को संतुलित मात्रा में पीते है तो इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और उत्तेजक तनाव औरको खत्म करती है। लेकिन इसके विपरीत उच्च कैफीन का उपयोग न करे खासकर जब डिप्रेशन या एंजायटी हो और दोपहर के बाद कैफीन  न ले। 

संतृप्त वसा और प्रसंस्कृत तेल 

 प्रोसेस्ड और saturated fat ट्रांस वसा के साथ सबसे अस्वस्थ फैट होता है जो आपकी मेन्टल और हार्ट हेल्थ को ख़राब करने में सहयोगी होने के साथ ही शरीर में सूजन बढ़ाते है रेड मीट, पाम ऑइल और कुछ डेरी पदार्थो आदि में यह पाया जाता है। 

डिस्क्लेमर 

इस लेख में के सम्बन्ध में सामान्य जानकारी दी गयी है।  कृपया अवसाद और एंग्जायटी के मरीज मानसिक स्वास्थ्य के लिए अपने डॉक्टर से आहार से जुडी जानकारिया लेकर ही सेवन करे